Tuesday, November 30, 2021

आभार

साहित्यकार तिथिवार, “हिन्दी से प्यार है” समूह की एक ऐसी परियोजना है जिसके तहत आप प्रतिदिन साहित्य जगत के एक अनूठे हस्ताक्षर से रूबरू होते हैं| आज इस महत्वाकांक्षी परियोजना का पहला माह पूरा हो गया है| इस पुनीत अवसर पर हम सभी पाठकों और लेखकों का ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं| आशा है गत माह आपके लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायी रहा होगा| आपका स्नेह और सहयोग ही हमारा पाथेय है। हम पूरे ३६५ दिन आप के लिए साहित्य जगत के जगमगाते सितारे प्रस्तुत करने के लिए कटिबद्ध हैं।

यह परियोजना से जुड़े सभी लोगों के अथक परिश्रम का परिणाम है कि प्रतिदिन भारतीय समयानुसार प्रातः ६ बजे एक नया आलेख प्रेषित होता है| प्रत्येक आलेख तीन-चरणों की गुणवत्ता की कसौटी से होकर आपके समक्ष प्रस्तुत किया जाता है| फिर भी यदि कोई भूल-चूक हो जाये तो आपके सुझाव और प्रतिक्रियाओं का स्वागत है|  संपादक-मंडल के सदस्यों को एक बार पुन: हृदय से धन्यवाद करते हुए उनके सामूहिक चित्र को आज पहली बार हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं। 



अब तक मिले आपके स्नेह से हम अभिभूत हैं। यदि आप इस परियोजना से बतौर लेखक जुड़ना चाहते हैं तो हमें संपर्क कर सकते हैं| हमारा पता है: vishwahindi.global@gmail.com

3 comments:

  1. इस ऊर्जावान टीम से मिलना बहुत अच्छा लगा...बहुत दिनों से लग रहा था नेपथ्य के कलाकारों का भी इस मंच पर सम्मान होना चाहिए...बहुत मेहनत का और बड़ी मेहनत से आप सब कार्यरत है...अनेक शुभकामनाएँ

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  2. धन्यवाद और अनेक शुभकामनाएँ

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  3. सभी संपादकों, लेखकों और पाठकों का हृदय से आभार 🙏🏻

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आलेख पढ़ने के लिए चित्र पर क्लिक करें।

कलेंडर जनवरी

Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat
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9ऐतिहासिक कथाओं के चितेरे लेखक - श्री वृंदावनलाल वर्मा 10आलोचना के लोचन – मधुरेश 11आधुनिक खड़ीबोली के प्रथम कवि और प्रवर्तक : पं० श्रीधर पाठक 12यथार्थवाद के अविस्मरणीय हस्ताक्षर : दूधनाथ सिंह 13बहुत नाम हैं, एक शमशेर भी है 14एक लहर, एक चट्टान, एक आंदोलन : महाश्वेता देवी 15सामाजिक सरोकारों का शायर - कैफ़ी आज़मी
16अभी मृत्यु से दाँव लगाकर समय जीत जाने का क्षण है - अशोक वाजपेयी 17लेखन सम्राट : रांगेय राघव 18हिंदी बालसाहित्य के लोकप्रिय कवि निरंकार देव सेवक 19कोश कला के आचार्य - रामचंद्र वर्मा 20अल्फ़ाज़ के तानों-बानों से ख़्वाब बुनने वाला फ़नकार: जावेद अख़्तर 21हिंदी साहित्य के पितामह - आचार्य शिवपूजन सहाय 22आदि गुरु शंकराचार्य - केरल की कलाड़ी से केदार तक
23हिंदी साहित्य के गौरव स्तंभ : पं० लोचन प्रसाद पांडेय 24हिंदी के देवव्रत - आचार्य चंद्रबलि पांडेय 25काल चिंतन के चिंतक - राजेंद्र अवस्थी 26डाकू से कविवर बनने की अद्भुत गाथा : आदिकवि वाल्मीकि 27कमलेश्वर : हिंदी  साहित्य के दमकते सितारे  28डॉ० विद्यानिवास मिश्र-एक साहित्यिक युग पुरुष 29ममता कालिया : एक साँस में लिखने की आदत!
30साहित्य के अमर दीपस्तंभ : श्री जयशंकर प्रसाद 31ग्रामीण संस्कृति के चितेरे अद्भुत कहानीकार : मिथिलेश्वर          

आचार्य नरेंद्रदेव : भारत में समाजवाद के पितामह

"समाजवाद का सवाल केवल रोटी का सवाल नहीं है। समाजवाद मानव स्वतंत्रता की कुंजी है। समाजवाद ही एक सुखी समाज में संपूर्ण स्वतंत्र मनुष्यत्व...