tag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post8781814394817718497..comments2024-01-08T05:14:12.922+05:30Comments on साहित्यकार तिथिवार : विचारों को विस्तार देती मंथन कार्यशाला - दिल्लीहिंदी से प्यार हैhttp://www.blogger.com/profile/14862377977472469260noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-67621264559095254622022-05-12T05:51:20.079+05:302022-05-12T05:51:20.079+05:30बहुत सुंदर और सफलआयोजन के लिए के लिए हार्दिक बधाई।...बहुत सुंदर और सफलआयोजन के लिए के लिए हार्दिक बधाई। मैं वहाँ नही थी लेकिन जयंती दी ने फोन पे मुझे कार्यक्रम के बारे में बताया बहुत खुशी हुई। कि वहाँ कोई भी कोना रिक्त नही रखा वहाँ सब लोग नही होते हुए भी शामिल थे। बहुत खुशी हुई कि वहाँ हमें भी याद किया। बहुत आभार शार्दुला दी और पूरी टीम को जो इतना समर्पण दे रहे।मीनाक्षी कुमावत मीराhttps://www.blogger.com/profile/10005613525223158620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-35724143915194633282022-05-11T03:36:32.740+05:302022-05-11T03:36:32.740+05:30अभिनंदनीय सत प्रयत्न।भविष्य में नई ऊंचाइयां छूने क...अभिनंदनीय सत प्रयत्न।भविष्य में नई ऊंचाइयां छूने की शुभाशंसा।डॉ जयशंकर यादवhttps://www.blogger.com/profile/04936213999823290568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-65644361865972034202022-05-10T22:43:32.258+05:302022-05-10T22:43:32.258+05:30सभी को नमस्ते एवं हार्दिक बधाई। यह अद्भुत मंच निरं...सभी को नमस्ते एवं हार्दिक बधाई। यह अद्भुत मंच निरंतर अपने कार्य विस्तार के नए अध्याय जोड़कर स्वंय को समृद्ध बना रहा है। इस मंच के निर्माताओं, व्यवस्थापकों, मार्गदर्शकों एवं सदस्यों की मेहनत प्रसंशनीय है और उन सभी को साधुवाद।V Deepak Bamolahttps://www.blogger.com/profile/08935166343903263781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-30804972245907948392022-05-10T12:37:59.928+05:302022-05-10T12:37:59.928+05:30मेरे लिए तो बस ज्ञान औऱ प्यार समेटने का दिन थामेरे लिए तो बस ज्ञान औऱ प्यार समेटने का दिन थाJayanti kumarihttps://www.blogger.com/profile/11339146508252105164noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-50563370743372034052022-05-10T11:54:20.564+05:302022-05-10T11:54:20.564+05:30साहित्य-पथ के साथियो, इस मंथन के सफल सम्पन्न होने ...साहित्य-पथ के साथियो, इस मंथन के सफल सम्पन्न होने की हम सबको बधाई। मैं तो इस रिपोर्ट की प्रतीक्षा में थी। हिंदी के समुद्र में अपनी चंद बूँदें डालने की अभिलाषा लिए जुड़े सभी हिंदी प्रेमियों के प्रयास रंग तो अवश्य लाएँगे और तब सभी आशंकाएँ स्वयं समाप्त हो जाती हैं, जब युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व हमें सृष्टि भार्गव के रूप में प्राप्त हो, जगदीश व्योम जी अपनी सटीक टिप्पणियों से मार्गदर्शन कर रहे हों, साहित्यकार-तिथिवार और हिंदी से प्यार है के प्रबंधक हिंदी-प्रेम की ज्वाला जलाए रखने के लिए दिन-रात एक कर रहे हों। <br />हम सबको भूरि-भूरि शुभकामनाएँ भी।Pragatihttps://www.blogger.com/profile/08246580958107902432noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-88806601267940751342022-05-10T11:05:30.061+05:302022-05-10T11:05:30.061+05:30जिस विशेष दिन की गिरफ्त से अभी तक मुक्त नही हो पाई...जिस विशेष दिन की गिरफ्त से अभी तक मुक्त नही हो पाई उस दिन की आत्मीयता फिर पल-पल जीवंत हो गई। बहुत अपनेपन से लिखा है सृष्टि...<br />दरसअल वो सिर्फ एक दिन नही था,साहित्यकार-तिथिवार का पहला मील का पत्थर था जिसमें अनगिनत किलोमीटर जुड़ने हैं...और विश्व समेटना है।<br />आप सभी से मिलना सिर्फ सुखद नही ,नई परिकल्पनाओं की ऊर्जा से भर जाना था मेरे लिए। <br />हर परिचय अपने परिचय से बहुत ज्यादा विस्तृत था । <br />और हमारी मैजिकल ट्रिप्लेट ने तो आसमान को जमीन पर सहेज लिया था।<br />जगदीश सर की अनुपस्थिति बहुत खली।<br />सभी स्नेहिल आत्मीयों को अर्चना का प्यार सहित धन्यवाद।Anonymousnoreply@blogger.com