tag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post6128433655692364694..comments2024-01-08T05:14:12.922+05:30Comments on साहित्यकार तिथिवार : सामाजिक सरोकारों का शायर - कैफ़ी आज़मीहिंदी से प्यार हैhttp://www.blogger.com/profile/14862377977472469260noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-3756243113832404162022-01-16T13:43:47.813+05:302022-01-16T13:43:47.813+05:30कैफी आज़म पर बहुत ही अच्छा आलेख। कैफी आज़मी शायर ह...कैफी आज़म पर बहुत ही अच्छा आलेख। कैफी आज़मी शायर ही नहीं बल्कि एक वामपंथी सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता भी रहे। उनकी ' औरत' तथा आजादी की पच्चीसवां वर्षगांठ पर लिखी नज्म़' एक एक कर पच्चीस दिए जलाए मैने', ६ दिसम्बर,१९९२ में बाबरी मस्जिद ध्वंस पर राम पर लिखी उनकी कविता'दूसरा वनवास' साम्प्रदायिकता के खिलाफ़ प्रतिरोध के लिएएक मील का पत्थर है।-सुनील Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17313683247827923564noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-77809465203423465532022-01-15T21:22:26.066+05:302022-01-15T21:22:26.066+05:30डॉक्टर दीपक जी नमस्कार l हार्दिक आभार lडॉक्टर दीपक जी नमस्कार l हार्दिक आभार lडॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-85017849184040912372022-01-15T21:21:19.315+05:302022-01-15T21:21:19.315+05:30प्रिय प्रगति जी नमस्ते l आपने इस लेख को अपने संपाद...प्रिय प्रगति जी नमस्ते l आपने इस लेख को अपने संपादन से और भी खूबसूरत और रोचक बना दिया है l आपके सहयोग के लिए हार्दिक आभार l डॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-32629020779897120122022-01-15T21:18:39.353+05:302022-01-15T21:18:39.353+05:30शुक्रियाशुक्रियाडॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-86356403215968079432022-01-15T21:18:08.125+05:302022-01-15T21:18:08.125+05:30सूर्या जी नमस्कार l लेख को सराहने के लिए हार्दिक आ...सूर्या जी नमस्कार l लेख को सराहने के लिए हार्दिक आभारडॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-70726746365696193322022-01-15T21:16:55.636+05:302022-01-15T21:16:55.636+05:30आपका बहुत शुक्रिया lआपका बहुत शुक्रिया lडॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-79471108362211869412022-01-15T21:16:03.120+05:302022-01-15T21:16:03.120+05:30प्रिय वीर हरप्रीत जी आपके स्नेह और प्रोत्साहन भरे...प्रिय वीर हरप्रीत जी आपके स्नेह और प्रोत्साहन भरे शब्दों के लिए शुक्रिया l डॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-47558486221258573432022-01-15T21:14:48.772+05:302022-01-15T21:14:48.772+05:30सरोज जी नमस्कार और हार्दिक आभारसरोज जी नमस्कार और हार्दिक आभारडॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-970650645275395462022-01-15T21:14:22.042+05:302022-01-15T21:14:22.042+05:30हार्दिक आभारहार्दिक आभारडॉक्टर इन्द्रजीत सिंह, मॉस्कोhttps://www.blogger.com/profile/13946695147241395327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-87324377492631614242022-01-15T18:16:14.217+05:302022-01-15T18:16:14.217+05:30डॉ. इंद्रजीत सिंह जी, आपने कैफ़ी आज़मी साहब पर बेहद ...डॉ. इंद्रजीत सिंह जी, आपने कैफ़ी आज़मी साहब पर बेहद उम्दा लेख लिखा है। लेख को पढ़ने में आंनद आया साथ में नई जानकारी भी मिली। आपको हार्दिक बधाई एवं साधुवाद। V Deepak Bamolahttps://www.blogger.com/profile/08935166343903263781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-54005934584722380542022-01-15T16:27:52.131+05:302022-01-15T16:27:52.131+05:30कैफ़ी साहब के बारे में बहुत सुंदर व रोचक तऱीके से ल...कैफ़ी साहब के बारे में बहुत सुंदर व रोचक तऱीके से लिखा गया आलेख। नवीन जानकारी भी मिली। आपको इसके लिए बहुत बधाई।Madhuhttps://www.blogger.com/profile/08442908330712936437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-51458131562332212342022-01-15T15:55:52.989+05:302022-01-15T15:55:52.989+05:30इंद्रजीत जी, मक़बूल शायर कैफ़ी आज़मी के बारे में आपकी...इंद्रजीत जी, मक़बूल शायर कैफ़ी आज़मी के बारे में आपकी क़लम से यह निकला आलेख बेहतरीन है। कैफ़ी साहब ने लखनऊ में दीनी तालीम न लेकर प्रगतिशील विचारकों से जुड़कर हम हिंदी प्रेमियों के लिए निश्चित बड़ा काम किया। बड़े ज़मींदार के बेटे ने पीड़ितों और समाज के कमज़ोर हल्क़ों के लोगों के लिए कुछ कर गुज़रने की तमन्ना से कॉम्युनिस्ट पार्टी के लिए बतौर होल टाइमर काम किया। आपके लेख से कई नई और रोचक बातें पता चलीं, इस आलेख ने ज़हनी और रूहानी दोनों तौर से मुझे समृद्ध किया। इस लेख के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया और बधाई। Pragatihttps://www.blogger.com/profile/08246580958107902432noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-86830710081097974952022-01-15T15:52:24.547+05:302022-01-15T15:52:24.547+05:30This comment has been removed by the author.Pragatihttps://www.blogger.com/profile/08246580958107902432noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-50143374720559480702022-01-15T15:41:58.077+05:302022-01-15T15:41:58.077+05:30Good articleGood articleSpeakUp!https://www.blogger.com/profile/00968922836705860089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-5863509039865943092022-01-15T15:40:55.189+05:302022-01-15T15:40:55.189+05:30झुकी झुकी सी नजर बे-करार हैं कि नहीं
दबा दबा ही सह...झुकी झुकी सी नजर बे-करार हैं कि नहीं<br />दबा दबा ही सही दिल में प्यार हैं कि नहीं<br /><br />तुम इतना जो मुस्कुराह रहे हो<br />क्या ग़म हैं जिसको छुपा रहे हो<br /><br />इतनी खूबसूरत शायरी / गजल के रचनाकार कैफ़ी साहब प्रगतिशील साहित्यकार के साथ-साथ इंकलाबी शायर भी थे। उनकी कलम/ रचना जिंदगी के उतार-चढ़ाव और हकीकत से मुलाकात कराती थी। अपने वैयक्तिक मुलाकात का जिक्र करके आद. डॉ इंद्रजीत सिंह द्वारा लिखा गया यह आलेख इतना रोचक और जानकारीपूर्ण हैं कि एक सांस में पढ़कर ही दम लेने की इच्छा हुई। कैफ़ी साहब के कुछ व्यक्तिगत पहलुओं पर प्रकाश डालकर इंद्रजीत जी ने हमें उनके जीवन का आत्मसात कराया हैं। अतिसुन्दर लेख के लिए आपका आभार और अग्रिम सारे लेख के लिए हार्दिक अभिवादन और शुभकामनाएं।<br />सूर्यकान्त सुतार 'सूर्या'https://www.blogger.com/profile/00856053751406216192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-59697576468429568052022-01-15T14:02:50.667+05:302022-01-15T14:02:50.667+05:30कैफ़ी साहब अदब और इंसानियत की मिसाल थे। उनकी नज्में...कैफ़ी साहब अदब और इंसानियत की मिसाल थे। उनकी नज्में इस बात का यक़ीनी सबूत हैं कि आदमी की पहचान उसके मजहब से नहीं इल्म से होनी चाहिए। आपने बहुत बारीकी से काफी साहब के जीवन को उकेरा है। बधाईharshahttps://www.blogger.com/profile/10329911474511597241noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-22220562734497463712022-01-15T13:54:11.629+05:302022-01-15T13:54:11.629+05:30[4:14 pm, 15/01/2022] Harpreet Singh Puri: मुझे या...[4:14 pm, 15/01/2022] Harpreet Singh Puri: मुझे याद आती है वह खुशनसीब शाम जब कैफ़ी साहब की ज़िंदगी के आख़िरी दौर में हमने उन्हें व्हीलचेयर पर बैठे हुए दुशाला ओढ़े हुए मुशायरे की निज़ामत करते देखा और उनकी बुलंद आवाज़ में उनकी नज़्म भी सुनी। मेरा उनसे पहला परिचय लड़कपन में तब हुआ जब यह सुना : “ मैं यह सोचकर उसके दर से उठा था , कि वह रोक लेगी, मना लेगी मुझको।” पता किया कि किसने लिखा है। उसके बाद तो उनकी नज़्में छा गईं। बहुत गहरी सोच के शायर थे कैफी साहब । <br />इंद्रजीत सिंह जी , यह समूह बहुत सौभाग्यशाली है कि आप जैसे अनमोल हीरे इस समूह को शोभायमान कर रहे हैं। आपके आलेख के बारे में क्या बयान करें ; इसकी गहनता , शोध-परकता, भाषा-कौशल खुद-ब-खुद आपके अनुभव, ज्ञान एवं साहित्यिक प्रतिभा की गवाही देते हैं।आपका बहुत आभार कि आप हमें इतना सुंदर , प्रभावशाली लेखन भेंट कर रहे हैं। हिंदी और उर्दू , दोनों में आप सहज रवानी से लिखते हैं। वाहेगुरु के आगे यही अरदास है कि आप इसी प्रकार अनवरत लिखते रहें और साहित्यिक जगत को लाभान्वित करते रहें। 💐🙏Harpreet Singh Purihttps://www.blogger.com/profile/01223037896479559382noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-18671554172214130572022-01-15T12:08:55.536+05:302022-01-15T12:08:55.536+05:30इंद्रजीत जी, देश के विलक्षण शायर और गीतकार कैफ़ी आज़...इंद्रजीत जी, देश के विलक्षण शायर और गीतकार कैफ़ी आज़मी पर आपका आलेख पढ़कर मज़ा आ गया। आपको इसके लिए लिए बहुत-बहुत बधाई! आगे भी ऐसे आलेख हमें पढ़ाते रहिएगा। एक साँस में पढ़ लिया। आज कुछ नई बातें भी मालूम चली कैफ़ी आज़मी जी के बारे में। सच में, इन्होंने कितनी कम उम्र में अपनी शायरी के ज़रिये संदेशों से लोगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया था। दो साल पहले इनके जन्मदिन पर गूगल ने भी डूडल बनाकर इन्हें याद किया था। <br /><br />Saroj Sharmahttps://www.blogger.com/profile/09179364132082805260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3079416417230567209.post-51167788181715790092022-01-15T07:34:11.383+05:302022-01-15T07:34:11.383+05:30शानदार प्रस्तुति।
शानदार प्रस्तुति। <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09854480217869875504noreply@blogger.com